सुना था
प्यार बहुत जरूरी अहसास है
सबके लिये
ऐसा जाना भी
फिर इक मुलाकात हुई
इक नया अनुभव हुआ
प्यार जरूरी नहीं है
सबके लिये
कुछ को इसे लेना नहीं आता
कुछ को इसे देना नहीं आता
मैने अपने प्यार को
रख दिया मन के संदूक में
पत्थर से दबा कर
बड़ी हिफाजत से
ताकि जब इसकी जरूरत पड़े
ये कहीं खो न जाए
7 टिप्पणियां:
इस पर टिप्पणी क्या की जाए... मुकम्मल है..
hifazat se hi rakhiyega,
bahut achhi
बहुत अच्छा किया
बहुत सुंदर लिखा है आपने
प्यार वो एहसास हे जिसके बिना जिंदगी जी नही जा सकती
वाही तो इंसान को सुकून देता हे.....
सही कहा ......
कुछ को इसे लेना नहीं आता
कुछ को इसे देना नहीं आता
nice poem.....
good one. har kisi ko nahi milta yaha pyar zindagi mai..
मैं आेमकार भाई की बात से सहमत हूं।
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